एमपी के हायप्रोफाइल मन्नत बाबा पर नागपुर में फौजदारी मामला होगा दर्ज !
अदालत ने सदर पुलिस स्टेशन को दिये आदेश
नागपुर: भोपाल निवासी संजयकुमार सिंग उर्फ मन्नत बाबा और अन्य साथियों के खिलाफ मुख्य न्यायदंडाधिकारी नागपुर ने सदर पुलिस को फौजदारी मामला दर्ज करने का आदेश दिया है. इस मामले में सदर के पुलिस निरीक्षक विनोद चौधरी न्यायालय के आदेश पर आरोपियों तत्काल मामला दर्ज आगे की कारवाई कब करते है, इस ओर सभी की नजर लगी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फिर्यादी प्रियंका शंभरकर को बचपन में उसके पिता की मौसी कुसुम शंभरकर ने
दत्तक लिया था. उसकी माँ कुसुम शंभरकर मध्यप्रदेश मंत्रालय में अपर सचिव थी. वह मूलतः नागपुर की होने से उनकी सारी संपत्ती नागपुर में है. प्रियंका के पालन-पोषण का जिम्मा कुसुम शंभरकर करती थी.
इस बीच आरोपी मन्नत बाबा से कुसुम शंभरकर की पहचान हुई थी. बाबा पूजा पाठ के नाम पर कुसुम से पैसे भी लेने लगा था. सेवानिवृत होने के बाद कुसुम शंभरकर नागपुर स्थित घर में रहने लगी थी. प्रियंका की माँ कुसुम की ५ दिसंबर २०२१ को कैन्सर से मौत हो गई. किंतू प्रियंका के मामा के बच्चो ने माँ कुसुम की मृत्यु हो जाने की जानकारी प्रियंका को दो घंटे बाद दी. बताया जा रहा की, मामा ने शंभरकर परिवार को भी कुसुम शंभरकर की मौत की सुचना नही दी थी. शंभरकर परिवार को कुसुम शंभरकर की मौत हो जाने की सुचना अन्य परिजनो से मिली.
कुसुम शंभरकर का अंतिम संस्कार हो जाने के बाद तीसरे दिन संजयकुमार सिंग उर्फ मन्नत बाबा मृतक के घर पर पुजा के समय पहुंचा. मन्नत बाबा ने फिर्यादी प्रियंका शंभरकर को बताया. की मृतक कुसुम ने अपनी संपत्ती मामा के बच्चे और मेरे नाम कर दी है. यह सुनकर प्रियंका और शंभरकर परिवार को धक्का लगा. प्रियंका को संदेह हुआ कि उसके साथ कोई बड़ी साजिश की गई है. जिस अस्पताल में माँ का इलाज चल रहा था. उसे अस्पताल प्रशासन से पता चला कि मां कुसुम के उपचार के दरमियान ही अचानक 15 सितंबर को प्रियंका की मां को संजयकुमार सिंग उर्फ मन्नत बाबा और उसके मामा के बच्चे ने डॉक्टर के खिलाफ में जाकर दवाखाने से निकालकर कही बाहर ले गए. जबकि कुसुम गंभीर हालत और सिर पर कैंसर के असर को देखते हुए डॉक्टर के निगरानी में रहना, औषध लेना जरुरी था. दुसरे दिन 16 सितंबर को मन्नत बाबा ने अपने नाम पर एक फ्लैट और प्लॉट गिफ्ट डिड करा लिया. जबकि उसके मामा के बच्चो से मिलिभगत होने के कारण मामा के एक बेटे ने अपने नाम पर नागपुर के नारी मौजा स्थित एक मंजिला मकान की अपने नाम पर वसीयत करा ली थी.
यह दस्तावेज बनाने के बाद 16 सितंबर को ही गंभीर हालत में कुसुम को फिर से अस्पताल में भर्ती कर दिया.बेटी प्रियंका को यह पता ही नही था की मामा के बेटे और मन्नत बाबा ने मिलकर उसकी माँ को गंभीर हालत में छूट्टी कराकर रजिस्टार कार्यालय ले जाकर संपत्ती के दस्ताऐवज बनाएं थे. यह पता चलने के बाद प्रियंका शंभरकर का परिवार भोपाल में रहने वाले हाईप्रोफाइल बाबा मन्नत से मिलने गये. बाबा ने प्रियंका को कहा की मृतक कुसुम ने सदर के मोहननगर स्थित एक फ्लैट और नारी का एक प्लॉट उनके नाम कर दिया है.
प्रियंका भोपाल से नागपुर पहुंची. और सदर पुलीस स्टेशन में मन्नत बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज की. मन्नत बाबा अपने साथियों के साथ सदर थाने पहुंच गया था. लेकिन प्रियंका की शिकायत को गंभीरता से नही लिया गया. आखिर एक एनजीओ की मदद प्रियंका ने कोर्ट में गुहार लगाई. कोर्ट ने सबूतों के आधार पर सदर पुलिस को आरोपियों के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज करने का आदेश दिया. अब सदर पुलिस कब कारवाई करती हैं, इसे लेकर सभी की नजरे लगी है.