दसवा ‘खासदार सांस्कृतिक महोत्सव’ ७ नवंबर से !
नागपुर: एक बार फिर नागपुर संगीत, संस्कृति और आध्यात्मिकता के रंगों में रंगने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा शुरू किया गया ‘खासदार सांस्कृतिक महोत्सव’ इस साल अपने दसवें साल में प्रवेश कर रहा है। 2017 से चल रहा यह महोत्सव अब पूरे देश में अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है। पिछले साल, दो करोड़ से ज़्यादा लोगों ने व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन इस महोत्सव का आनंद लिया था और इस साल यह महोत्सव और भी भव्य रूप में नागपुर के लोगों के सामने पेश किया जाएगा।
यह महोत्सव 12 से 18 नवंबर तक हनुमाननगर में ईश्वर देशमुख फिजिकल एजुकेशन कॉलेज के मैदान में होगा। हर सुबह और शाम दो सेशन में धार्मिक, सांस्कृतिक और कलात्मक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे, जो नागपुर के सांस्कृतिक जीवन में नई ऊर्जा भरेंगे।
इस महोत्सव का उद्घाटन 7 नवंबर को शाम 6:30 बजे होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज करेंगे, जबकि पद्मश्री डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन समारोह के बाद अभिनेता आशुतोष राणा अभिनीत नाटक ‘आपले राम’ प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें वे रावण की भूमिका निभाएंगे।
संगीत संध्या में 8 नवंबर को गायक-संगीतकार विशाल मिश्रा, 12 नवंबर को अखिल सचदेवा, 14 नवंबर को विशाल भारद्वाज और रेखा भारद्वाज, 16 नवंबर को श्रेया घोषाल, 17 नवंबर को शंकर महादेवन और 18 नवंबर को मशहूर संगीत जोड़ी अजय-अतुल अपने गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
9 नवंबर को ‘फ्यूजन नाइट’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बांसुरी वादक रोनू मजूमदार, वायलिन वादक मंजूनाथ महादेवप्पा, तबला वादक तौफीक कुरैशी और अन्य कलाकार अपनी जादुई कला का प्रदर्शन करेंगे। 11 नवंबर को पॉपुलर प्रोग्राम ‘महाराष्ट्रची हास्य जात्रा’ दर्शकों को हंसाएगा, जबकि 15 नवंबर को हरिओम पंवार, अंकिता सिंह, सुदीप भोला और अमन अक्षर की कविताओं से माहौल इमोशनल हो जाएगा।
10 नवंबर को राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज के जीवन पर आधारित प्रोग्राम ‘राष्ट्रसंतंची जीवनगाथा’ में दो हजार कलाकार हिस्सा लेंगे, जबकि 13 नवंबर को ‘संस्कार भारती’ ‘मतिचे रंग: भारताची लोकसंस्कृति’ पेश करेगी। 15 नवंबर को संत ज्ञानेश्वर की 750वीं जयंती के मौके पर नागपुर के 400 से ज्यादा बाल कलाकार ‘ज्ञानियांचा राजा’ प्रोग्राम में स्टेज पर उतरेंगे।
फेस्टिवल के दौरान, 8 से 17 नवंबर तक हर सुबह 50,000 स्टूडेंट्स ‘जागर भक्तिचा’ के तहत भगवद गीता के चुने हुए चैप्टर एक साथ पढ़ेंगे। इसके अलावा, श्रीराम रक्षा, हनुमान चालीसा, शिवमहिम्न स्तोत्र, गणपति अथर्वशीर्ष, हरिपाठ और विष्णु सहस्रनाम जैसे भजनों का भी एक साथ पाठ होगा। ये एक्टिविटीज़ युवाओं में डिसिप्लिन, कल्चर और सेल्फ-कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए मोटिवेशन होंगी।
सभी प्रोग्राम फ्री होंगे। ऑडियंस www.khasdarmahotsav.com पर मौजूद QR कोड स्कैन करके अपनी सीट रजिस्टर कर सकते हैं। ऑर्गनाइजिंग कमिटी के चेयरमैन प्रो. अनिल सोले, वाइस चेयरमैन डॉ. गौरीशंकर पाराशर, सेक्रेटरी जयप्रकाश गुप्ता और ट्रेजरर प्रो. राजेश बागड़ी ने नागपुर के लोगों से इस ग्रैंड कल्चरल फेस्टिवल का एक्सपीरियंस करने की अपील की है। यह फेस्टिवल सिर्फ प्रोग्राम्स के बारे में नहीं है, बल्कि इसे इंडियन कल्चर, भक्ति और एकता की जीती-जागती अभिव्यक्ति माना जाता है।


