दीपोत्सव पर भव्य महा अन्नकूट: नागपुर बीएपीएस मंदिर में 1500 व्यंजन सजे, 10,000 से अधिक श्रद्धालु हुए सहभागी
नागपुर: दीपोत्सव के शुभ अवसर पर वाठोड़ा स्थित बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर, नागपुर में भक्ति और भव्यता से परिपूर्ण महा अन्नकूट उत्सव का आयोजन किया गया। भगवान श्री स्वामिनारायण के समक्ष 1,500 से अधिक विविध व्यंजनों का भव्य अन्नकूट सजाया गया, जिसके दर्शन हेतु 10,000 से अधिक श्रद्धालु पूरे शहर और आसपास के क्षेत्रों से मंदिर पहुँचे।
अन्नकूट परंपरा का प्रारंभ भगवान श्रीकृष्ण ने लगभग 5,500 वर्ष पूर्व गोवर्धन पर्वत के समक्ष छप्पन प्रकार के भोग अर्पित कर किया था। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था अपने 1,500 से अधिक विश्वव्यापी मंदिरों में यह उत्सव भक्ति, उल्लास और कृतज्ञता के भाव से मनाती है।
“अन्नकूट” का अर्थ है “अन्न का शिखर” — इस दिन भगवान के समक्ष विविध व्यंजनों को पर्वताकार रूप में सजाकर अर्पित किया जाता है। इसी भावना के साथ नागपुर मंदिर में भी भक्तों ने गोवर्धन पर्वत का प्रतीकात्मक रूप बनाकर पूजा-अर्चना की और भगवान श्री स्वामिनारायण के प्रति असीम कृतज्ञता प्रकट की।
लंदन स्थित बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर में प्रति वर्ष 2,200 से अधिक व्यंजनों का अन्नकूट आयोजित होता है, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। उसी प्रेरणा से नागपुर में भी यह परंपरा निरंतर अधिक भव्य और सेवामय बनती जा रही है।
मंदिर में परंपरा अनुसार सभी संतगण और भक्तगण हल्का व्रत रखते हैं तथा भगवान को अर्पित प्रसाद ग्रहण कर व्रत का पारायण करते हैं। पूरे मंदिर परिसर में आज दिव्यता, संगीत, और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
इससे एक दिन पूर्व, 20 अक्टूबर 2025 की शाम को दीपावली पर चोपड़ा पूजन भी अत्यंत श्रद्धाभाव से संपन्न हुआ, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लेकर नई शुरुआत का संकल्प लिया।


